shiv chalisa in hindi No Further a Mystery
shiv chalisa in hindi No Further a Mystery
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जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
अर्थ- हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
दोस्तों अब हम श्री शिव जी के भजन को क्रमवार लिस्ट के रूप में आप लोगों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं। प्रत्येक भजन का पूरा आर्टिकल लिखने पर यह लेख बहुत बड़ा हो जाएगा, इसलिए हमने नीचे क्रमवार रखे हैं। आप अपने पसंद का भजन को क्लिक करके पूरा पढ़ सकते हैं
नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
पुत्र होन कर इच्छा more info जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
Lord, in the event the ocean was churned plus the deadly poison emerged, out within your deep compassion for all, You drank the poison and saved the globe from destruction. Your throat turned blue, As a result You are often known as Nilakantha.
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
सोमवार को शिव चालीसा पढ़ने का अलग ही Shiv chaisa महत्व है। शिव चालीसा के माध्यम से आप अपने सारे दु:खों को भुलाकर भगवान शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं। भगवान शिव की सभी स्तुतियों में शिव चालीसा को श्रेष्ठ और कल्याणकारी माना गया है। खासतौर पर महाशिवरात्रि पर या श्रावण मास में श्री शिव चालीसा का पाठ करने व सुनने से घर में सुख-शांति, धन-वैभव और प्रेम की वृद्धि होती है और शिव समस्त कामना पूर्ति का वरदान देते हैं।